Is Yogurt Good Or Bad For Health?
Is yogurt good or bad for health? अक्षर बुजुर्ग लोग हमें कहा करते हे की आप दही का सेवन करो क्यों की योगर्ट हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता हे। जैसे की पाचन तंत्र को अच्छे बनाना, उच्च रक्त पात्त में। सूजन को कम करने में मदद रूप उसके अल्वा
योगर्ट के कई फायदे हे, योगर्ट और दही में मुख्य रूप से एक रूप मात्रा में पोषक तत्व होते हे दही को अंग्रेजी में योगर्ट कहा जाता हे। दही खट्टा और योगर्ट मीठा होता हे।
दही (योगर्ट) के सरु आत हुवी थी आज से 7023 साल पहले एशिया में, मुख्य रूप से दही (योगर्ट) बनाने के लिए गाय या भेस का दूध और छाश का इस्तमाल किया जाता हे, जिसे हमने दही (योगर्ट) मिलता हे। इस पोस्ट में हम आपको दही (योगर्ट) कैसे बना ते हे, दही (योगर्ट) का फायदा क्या हे और दही (योगर्ट) के नुकसान क्या हे वो सबकुछ बताने वाले हे इस पोस्ट में।
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दही (योगर्ट) में पाए जाने वाले पोषक तत्व
दही (योगर्ट) में मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फायबर के आलावा कैल्शियम विटामिन बी12 और विटामिन बी कोम्प्लेक्स के साथ साथ विटामिन C, सोडियम, पोटैशियम , मैग्नीशियम और आयरन की मात्रा पायी जाती हे मुख्य पोषक तत्वों में।
स्वास्थ्य लाभ रोजाना दही का इस्तेमाल करने से।
दही (योगर्ट) के हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदे हे उस वजसे दही (योगर्ट) को हमारे आहार में शामिल करने के लिए हमें कहा जाता हे हमारे बुजुर्ग और स्वास्थ्य एक्सपर्ट द्वारा। तो आये देखते हे दही (योगर्ट) के फायदे हमारे सेहत के लिए दही (योगर्ट) के फायदे स्वास्थ्य के लिए
पाचन तंत्र को अच्छा बनाने में
दही में फायबर और लैक्टिक एसिड बेसिल्लुस नमक गुड बैक्टेरिया पाया जाता हे। जिस वजसे हमारा खाना सही से पाचन हो पता हे जिसे हमें पाचन तंत्र से होने वाली बीमारिया गैस एसिडिटी और पेट दर्द जैसी समस्या में फायदा मिलता हे। दही का इस्तमालअलग अलग व्यंजनों के साथ और दही को ऐसे ही खाया जा सकता हे।
रोग प्रतिरोधक छमता को बढ़ाने में
दही खाने में मीठा और खट्टा होता हे क्यों की दही में विटामिन C की मात्रा पायी जाती हे। उस वजसे से दही का रोजाना एतमाल करने से हमारी रोग प्रतिरोघक छमता बढ़ती हे। जिसे छोटे छोटे रोगो से हमारे शरीर को बचने के लिए फायदा मिलता हे।
मानसिक तनाव को कम करने में
दही में भारी मात्रा में विटामिन बी कॉम्पेल्क्स और विटामिन बी12 पाया जाता हे जिसे हमारे न्यूरॉन की सेहत अछि होती हे जिस कारण मानसिक तना कम होता हे और दिमाग को नकारात्मक विचार से छुटकारा मिलता हे। और मानसिक तनाव जैसी समस्या से छुटकारा मिलता हे।
कैंसर जैसी बीमारी में
दही में फोलेट और विटामिन इ के साथ साथ दही में एंटी कार्सिनोजेनिक प्रॉपर्टी होती हे। उस वजसे दही का रोजाना इस्तमाल पेट में होने वाले कैंसर ब्रेस्ट कैंसर जैसे समस्या में आपको फायदा प्रदान करता हे। उस वजसे दही के इतना इस्तामल किया जाता हे।
उच्च रक्तपात का नियंत्रण
दही में पोसियम और सोडियम पाया जाता हे। जिस वजसे उच्च रक्त पात्त को नियंत्रण रखने में मदद मिलती हे उसके आलावा दही का इस्तमाल करने से हदय में होने वाली समस्या का निवारण मिल सकता हे। जैसे की दिल के दौरे और दिल के स्वास्थ्य से जुडी समस्या में।
वजन को कम करने में मदद
दही का इस्तमाल करने से हमारे शरीर मर पाचन सही से हो पता हे। जिस वजसे शरीर में जमने वाले बिन जरुरी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददरूप होता हे। उसके आवला दही ही का सेवन आपको वजन के नियंत्रण में फायदा देता हे और पेट की चर्बी को कम करने में मददरूप होता हे।
त्वचा में होने वाले रोगो में
दही में विटामिन C के साथ साथ विटामिन E भी पाया जाता हे जिस वजसे दही एक एंटी इंफामटोरी रूप से काम करता हे। और त्वचा में होने वाली एलर्जी के सामने लड़ने में मदद रूप करता हे। उस वजसे दही का इस्तमाल त्वचा में होने वाले रोज से दूर रखने के लिए इस्तमाल किया जाता हे।
शरीर की हड्डीओं और मांसपेशी में
दही में कैल्शियम पाया जाता हे और उसके आलावा एंटी इंफामटोरी और एंटी पाइरेटिक प्रॉपर्टी होती हे जिसे हड्डी में होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मदद रूप होता हे। और हड्डी ओ में होने वाले दर्द आर्थराटीस से होता हे उसे भी कम करने में मदद रूप होता हे। और उसे आलावा दही में प्रोटीन पाया जाता हे जिस वजसे हमारी मास पशिओ को मजबूत बनाने में हमारी मदद करता हे।
भूख बढ़ाने में मदद रूप
दही का इस्तेमाल करने से पाचन अच्छा होता हे जिस वजसे आपको भूख लगने में मदद करता हे। और पाचन सही से होने से आपको भारी पेट लगना गैस और एसिडिटी जैसी समस्या में फायदा मिलता हे।जिसे आपको तेजी से भूख लगती हे कुदरती रूप से।
मुँह में छाले कम करने में मदद रूप
दही खाने में ठंडा होता हे और हमारे पेट को साफ करने में मदद करता हे। और दही में फोलेट और विटामिन बी काम्प्लेक्स होता हे। उस वजसे दही मुँह में होने वाले छाले को कम करने में मदद रूप होता हे। और कई बार मुँह में छाले होने की वजसे हम तीखा नहीं खा पात्ते हे मगर आप दही का इस्तमाल करते हे तो आपको जलन नहीं होगी।
पेट दर्द को कम करने में फायदा
दही और जीरा का इस्तेमाल अगर साथ में किया जाये तो गैस और एसिडिटी और पेट साफ न होने की समस्या से जो पेट दर्द होता हे। उसे कम करने के लिए दही का इस्तेमाल सदियों से किया जाता आया हे। अगर आपको पेट दर्द की समस्या हे तो आप जीरा और दही को मिक्स करके उसका सेवन कर सकते हो।
दही (योगर्ट) को कैसे बनाया जाता हे।
दही बनाने के लिए आप गाय या भेस के दूध का इस्तमाल कर सकते हो। आपको गाय या तो भेस के दूध में थोड़ी मात्रा में छास को मिलाना हे। उसके बाद उसे गर्म जगह पे रात भर तक रखदो। सुबह आप देखो गए तो मिलाया हुवा दूध आपको गधा दिखेगा जिसे आपको दही मिल जायेगा।
दही का किन लोगो को इस्तमाल नहीं करना चाहिए
जिन लोगो को अस्थमा की समस्या हे या जिन्हे बार बार जुखाम की समस्या होती हे। उन लोगो को दही का इस्तमाल करने से समस्या हो सकती हे क्यों की दही की तासिर ठंडी होती हे उस वजसे उन लोगो को बार बार जुखाम होने की समस्या हो सकती हे।
उसके आलावा जिन लोगो को अर्थ्रिरिस की समस्या हे उन लोगो को दही का इस्तमाल कम करना चाहिए क्यों की दही की वजसे यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती हे उस वजसे उन लोगो को दर्द होने के साथ साथ सूजन की समस्या हो सकती हे।
दही ठंडा होने की वजसे जिन लोगो को जुखाम और कुफ की समस्या बार बार रहती हे और जिन लोगो को कही घाव वगेरा हे उन लोगो को दही का इस्तमाल नहीं करना चाहिए क्यों की दही खट्टा होता हे और उनमे विटामिन C पाया जाता हे। उस वजसे इस्तमाल नहीं करना चाहिए।
निष्कर्ष
उम्मीद करते हे Is Yogurt Good Or Bad For Health? आपको पत्ता चला होगा की दही यानि योगर्ट हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद होता हे। उसके आवला किन लोगो को दही का सेवन नहीं करना चाहिए। यह सबकुछ आपको इस पोस्ट में बतया हे। आवला दही को कैसे बनाया जाये उसके बरमे में भी बतया हे।
महत्त्वपूर्ण सूचना: यह पोस्ट केवल अभ्यास और माहिती के लिए हे कृपया ध्यान दीजिये इसका इस्तमाल करने से पहले अपने स्वास्थ्य एक्सपर्ट या चिकित्च की सलाह जरूर से लीजिये और हमारी वेबसाइट www.healthimprovement.in किसी भी स्वास्थ्य नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं हे।
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FAQ
रोज दही खाने से कौन सी बीमारी ठीक होती है?
दही मुख्य रूप से पेट दर्द की बीमारी,गैस और एसिडिटी की बीमारी उसके आलावा कैंसर जैसी बीमारिया में उसके साथ साथ दही का एस्तेमाल मुँह के छाले को ठीक करने के लिए एस्तेमाल में लिया जाता हे
खांसी और जुकाम के दौरान दही ले सकते हैं?
खाशी और जुखाम के दौरान दही का एस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्यों की दही ठंडा होता हे हमारे शरीर के लिए। जिस आपको और भी जयादा खासी और जुखाम होने की समस्या हो सकती हे।
1 दिन में कितना दही खा सकते हैं?
1 दिन में आप मुख्य रूप से 1 कप दही का एस्तेमाल कर सकते हो रोजाना
दही गर्मी है या ठंडी?
दही की तासिर ठंडी होती हे। जिसे शरीर में ठंडक मिलती हे