How To Boost Immune System Naturally In Hind.
रोग प्रतिरोघक तंत्र को प्रतीक्षा प्रणाली तंत्र (Immune System) कहा जाता हे। यह मुख्य रूप से कोशिकाओं और प्रोटीन का एक जटिल समूह हे। जो हमारे शरीर में आने वाले बाहरी बक्टेरिया और वायरस को पहचान के उसे ख़त्म करने में और हमारे शरीर को सुरक्षा प्रदना करने में मदद करता हे।
अभी के वक्त में लोगो को रोग प्रतिरोघक क्षमता की बहुत ज्यादा समस्या हो रही हे। क्यों की यह हमारे रोजिंदा दिन के रूटिंग जैसे की व्यायाम न करना, खाने में सही आहार को शामिल न करना ऐसे कई कारन हे, जिन वज से हमारी रोग प्रतिरोघक क्षमता मजबूत नहीं रेहती हे, और हमें कई स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ सकता हे।
इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हे की हमारा रोग प्रतिरोघक तंत्र और उसकी सही क्षमता क्यों जरुरी हे हमारे स्वास्थ्य के लिए, और रोगप्रतिरोघक क्षमता को हम कैसे बढ़ा सकते हे कुछ घरेलु उपचार को आजमा के, वो सब कुछ आपको विस्तृत में बताने वाले हे। तो आये देखते हे How To Boost Immune System Naturally.
रोग प्रतिरोघक क्षमता क्या हे।
हमारे शरीर को वायरस, बेक्टेरिया और फंगल से बचाने के लिए हमारे शरीर में एक कोशिकाओं और प्रोटीन की एक जटिल समूह होता हे, जो बहार के बेक्टेरिया को पहचाहन के उन्हें ख़त्म करके हमारे शरीर के कोशिका ओ को बचाने का काम करता हे, उन्हें रोग प्रति रोघक तंत्र और प्रतीक्षा प्रणाली (Immune System) कहा जाता हे।
रोग प्रतिरोघक क्षमता क्यों जरुरी हे।
रोग प्रतिरोघक क्षमता हमारे शरीर और स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी हे क्यों की रोग प्रतिरोघक क्षमता कम होने की वजसे हमें कई स्वास्थ्य समस्या हो सकती हे जैसे की बक्टेरिया, वायरस, और फंगल की वजसे हमारे शरीर में संक्रमण होने की समस्या हो जाती हे और हमारे शरीर में रोग होने लगते हे । ऐसे रोगो से लड़ने के लिए हमारे शरीर के कोशिकाओ को अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता की जरुरत होती हे।
रोग प्रतिरोघक क्षमता कमजोर होने पे लक्षण
मुख्य रूप से रोग प्रतिरोघक क्षमता कमजोर होने पे आपको बार बार बुखार की समस्या होने के साथ साथ आपको बुखार की समस्या हो सकती हे। उसके आलावा प्रतीक्षा प्रणाली कमजोर होने की वजसे आपको कमजोरी और बदन दर्द की समस्या हो सकती हे। उसके आलावा आपको शरीर के अन्य भागो में भी समस्या हो सकती हे।
रोग प्रतिरोघक क्षमता कैसे बढ़ाये
कुदरती रूप से रोग प्रतिरोघक क्षमता को बढ़ाने के लिए हम कई ऐसे घरेलु उपचार कर सकते हे। जिसे हमारी रोग प्रतिरोघक क्षमता अच्छी होने लगे जैसे की व्यायाम, पर्याप्त नींद, सवस्थ आहार और पर्याप्त पानी का इस्तमाल करके हम हमारी रोग प्रतिरोघक क्षमता को बढ़ा सकते हे। जिस में शामिल हे।
हल्का व्यायाम शामिल करे
व्यायाम से हमारे शरीर के कोशिका में ऊर्जा मिलती हे और हमारे चेल और मसल में स्टैमिना बढ़ जाती हे। जिस वजसे हल्का व्यायाम शरीर की रोग प्रतिरोघक क्षमता को बढ़ाने बहुत फायदा मिल सकता हे। व्यायाम में आप दौड़ना सुबह चलना और हल्का व्यायाम कर सकते हो। उसके साथ साथ आप योग को भी शामिल कर सकते हो 15 से लेकर 20 मिनट का व्यायाम पढ़े : सबसे अच्छा 15 मिनट का व्यायाम
पर्याप्त पानी की मात्रा बनाई रखे
पर्याप्त पानी की मात्रा बनी रखने से हमारे शरीर को ऊर्जा के साथ साथ आवश्यक मिनरल और सप्लीमेंट मिलते हे। जिसे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोध क्षमता अच्छी होने लगती हे। हर इंसान को काम से काम दिन में 8 लीटर से ज्यादा पानी का इस्तमाल करना चाहिए
पर्याप्त नींद आवश्यक से लीजिये
पर्याप्त नींद लेने से हमारे दिमाग के साथ साथ हमारे शरीर को आराम मिलता हे। जिस वजसे हमारा शरीर में होने वाले रोगो से हमने लड़ने में मदद मिलती हे। पर्याप्त नींद लेने की वजसे रोग प्रतिरोघक क्षमता बढ़ जाती हे। बड़े लोगो को काम से काम 7 से 8 घंटे तक की नींद को शामिल करना चाहिए। पढ़े: नींद ना आये तो करलो ये घरेलू उपाय
रोग प्रतिरोघक क्षमता बढ़ाने के लिए आहार।
कुदरत ने हमें कई ऐसे वनस्पति और औषधीया दी गई हे जिस का अगर हम सही इस्तमाल करे तो हमारे शरीर की रोग प्रतिरोघक क्षमता हम आसानी से बढ़ा सकते हे। और हमारे स्वास्थ्य को एक बेहतरीन मुकाम पर ला सकते हे।
विटामिन C वाला आहार
विटामिन C हमारे शरीर को ऊर्जा देने के साथ साथ हमारे शरीर की रोग प्रतिरोघक क्षमता बढ़ा ने में हमारी मदद करता हे। जिन फलो में ज्यादा विटामिन C पाया जाता हे उन फलो का आपको रस या आहार में शामिल करना चाहिए जैसे की संतरे का रस, आम,अमला,स्टॉबेरी, रास बेरी जैसे फलो का आपको अपने आहार में शामिल करना चाहिए
एंटीऑक्सिडेंट वाला आहार
एंटीऑक्सिडेंट वाला आहार भी शरीर में होने वाले वायरल और बैक्टेरिया के सामने लड़ने में हमारी मदद करता हे। जिस वजसे हमने हमारे आहार में एंटीऑक्सिडेंट वाले आहार को शामिल करना चाहिए जैसे की। नारंगी। संतरा,सेब और पत्ता गोबी जैसे आहार के साथ साथ सूखे फलो का इस्तमाल करना चाहिए जैसे की काजू बादाम और अखरोट जैसे आहार
कुदरती औषधीया को शामिल करे
कुदरती रूप से हमें मिलने वाले कई ऐसे आहार हे जिनको अगर हम हमारे आहार में शामिल करते हे तो उसे हमें कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हे। और ऐसे औषधि का इस्तमाल करके हम हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ साथ हमारे सेहत के लिए कई फायदे कर सकते हे। जिन में शामिल हे हल्दी, अदरख, तुलसी।
हल्दी का इस्तमाल
हल्दी में मुख्य रूप से कुर्कुमिनोइड नमक तत्व होता हे जो हमारे शरीर को रोग प्रति रोधक क्षमता को बढ़ा ने के साथ साथ एंटी वायरल और एंटी इन्फ्लैमटॉरी प्रॉपर्टी होती हे हल्दी की। हल्दी का इस्तमाल आप अलग वयंज को बनाने के साथ साथ हल्दी और दूध का मिश्रण भी आप इस्तमाल कर सकते हो।
निम् के पत्ते का इस्तमाल
निम् का इस्तमाल सदियों से रोगो के सामने लड़ ने के लिए किया जाता हे। निम् का इस्तमाल आप इम्युनिटी बढ़ाने के साथ साथ एंटी फंगल और वायरल इन्फेक्शन के सामने लड़ ने में इस्तमाल कर सकते हो। क्यों की निम् के अंदर आजादरिका नामा पोषक तत्व होता हे। जो हमारे शरीर की रोग प्रति रोघक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता हे।
निम् का इस्तमाल आप पाउडर के रूप में या गरम पानी में निम् के पत्ते दाल कर ठंडा होने पे आप उसका इस्तमाल कर सकते हो। उसके आलावा आपको त्वचा की समस्या हे तो आप निम् के पानी से नहाना भी कर सकते हो। और मुँह में होने वाले बैक्टेरिया के इन्फेक्शन में भी आप निम् के पत्ते का रस इस्तेमाल कर सकते हो।
लहसून का इस्तमाल
लहसून में एंटी बेक्टेरियल, एंटी वायरल और सूजन रोधी प्रॉपर्टी होती हे जिस वजसे लहसुन का इस्तमाल सदियों से रोग प्रति रोघक क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जाता आया हे। और लहसून का इस्तमाल हम अलग अलग हमारे रोजाना व्यंजनों में इस्तमाल करते हे।
तुलसी के पत्ते का इस्तमाल
आयुर्वेदा में तुलसी को मुख्य स्थान मिला हे क्यों की। तुलसी हमारे शरीर में होने वाले रोगो में काम अति हे क्यों की तुलसी मुख्य रूप से एंटी वायरल, एंटी बैक्टेरियल प्रॉपर्टी हे। जिस वजसे तुलसी हमारे शरीर की रोग प्रति रोघक क्षमता को बढ़ाने में हमारी मदद करती हे।
अंतिम शब्द
रोग प्रति रोघक क्षमता हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी हे हे इस वजसे हमने आपको इस पोस्ट में How To Boost Immune System Naturally और रोग प्रति रोघक क्षमता कम होने पे क्या होता हे वो सब कुछ इस पोस्ट में आपको बताया हे।