क्या आपको पता हे विटामिन डी की कमी से होने वाले रोग और उसको कैसे ठीक करे।
आजकी पोस्ट में आपके लिये विटामिन डी क्या होता हे विटामिन डी कम होने पे क्या होता हे विटामिन डी क्या खाने से विटामिन डी की कमी पूरी होंगे विटामिन डी से होने वाले रोग के बारेमे आपको सबकुछ अचे से समाज में आ जायेगा इस पोस्ट के माध्यम से।
विटामिन डी ऐक आवश्यक विटामिन हे हमारे पुरे शरीर की मास पशिओ और हड्डीओं के निर्माण और उसका संतुलन बनाय रखने के लिये आवश्यक विटामिन हे। विटामिन डी आपके शरीर के कैल्शियम को नियंत्रित करने का काम करता हे जिसे आपको कई तरह की गंभीर बिमारिओ से दूर रखता हे जैसे की आर्थराइटिस
विटामिन डी की मात्रा
विटामिन डीकी मात्रा अगर निचे दिये हुवे मात्रा से कम हे तो आपको विटामिन डी से होने वाले रोग विटामिन डी की कमी के वजसे हो सकते हे विटामिन डी की मात्रा आपके शरीर में नियंत्रित रहे उसका ध्यान रखना पड़ेगा।
- बचे 12 महीने के : 400IU
- बचे 1 से 13 साल : 600 IU
- 13 साल छे 18 साल : 600 IU
- बड़े 18 साल से 70 साल : 600 IU
- 71 साल से बड़े : 800 IU
- प्रेग्नेंट वुमन : 600 IU
विटामिन डी की मात्रा कम होने पे आपको निचे दिये हुवे लक्षण महसूस हो सकते हे जिसमे शामिल हे
- मास पेशी में दर्द
- हड्डीओं में दर्द
- शरीर के अंगो की मास पेशिओ में कमजोरी
- वजन कम होना
1.सूखा रोग ( Rickets)
सूखा रोग बचो के अंडर दिखाई देता हे जिसमे बच्चोके हड्डीया का अचछे विक्सस होना बंद हो सकता हे जिसे बचो के अंडर विकलंकता और हड्डीओ में दर्द होने की समस्या हो सकती हे।
2.ऑस्टियोमलेशिया
ऑस्टियोमलेशिया के अंडर हड्डीया नरम हो जाती हे जिसके वजसे हड्डीया टूटने की समस्या हो सकती हे क्यों की विटामिन डी हमारे हड्डीओ में कैल्शियम को संतुलित करतने में मदद करता हे। मगर हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी के वजसे ऑस्टियोमलेशिया हो सकता हे।
3.हाइपरपैराथायराइडिज्म
हाइपरपैराथायराइडिज्म होने का मुख्य कारण विटामिन डी की मात्रा कम होने के वजसे होता हे ,क्यों की किडनी विटामिन डी का फिल्ट्रेशन नहीं कर पाती हे जिसे कैल्शियम अब्सॉर्ब नहीं होता हे जिसे पेरा थायरॉइड लेवल बढ़ जाता हे जिसकी वजसे हाइपरपैराथायराइडिज्म हो जाता हे।
4.ऑस्टियोपोरोसिस
ऑस्टियोपोरोसिस के अंडर मिनरल और लोह तत्व औरकैल्शियम की मात्रा काम होने की वजसे हड्डी टूटने की सम्भावना बढ़ जाती हे और हमारी हदी के अंडर मजबूतीऔर ताकत कम होने लगती हे जिसके वजसे हड्डीओं में कमजोरी आने लगती हे।
विटामिन डी कैसे बढ़ाएं।
विटामिन डी से होने वाले रोग से बचने के लिये आपको निचे दिये ही हुवे घरेलु नुस्खे इस्तमाल किये तो आप आसानी से विटमनी डी की कमी पूरी कर सकते हो और विटामिन डी से होने वाले रोग से आसानी के साथ बच सकते हो।
सुरजकी रोशनी
अगर आप सुबह सूरज की रौशनी में जाते हे तो आपको विटामिन डी की मात्रा कभी कम नहीं होगी क्यों की सूरज की रौशनी में भरपूर मात्रा में विटामिन डी मिलता हे। विटामिन डी की मात्रा जैसे बढ़ेगी वैसे वैसे आपका कैल्शियम की मात्रा बढ़ती जाएगी जिसे आपकी हड्डिया अछि हो जाएगी।
दूध और दही
दूध और हदी के अंडर बहुत सारा विटामिन डी पाया जाता हे और भरपूर कैल्शियम और विटामिन पाया जाता हे दूध और दहिका रोजाना सेवन करने से विटामिन डी की मात्रा बढ़ ने लगेगी।
मछली
मछली के अंडर ओमेगा फैटी एसिड और बहुत सारा मिनरल पाये जाते हे जिनमे विटामिन डी की मात्रा भरपूर होती हे जिसे आप विटामिन डी से होने वाले रोग से दूर रह सकते हो अगर आप ने मछली का सेवन करना चालू कर दिया तो।
अंडे
अंडे के अंडर कैल्शियम जदया और विटामिन डी पाया जाता हे जिसे विटामिन डी की कमी से होने वाले रोगो से आपको छुटकारा मिल सकता हे अगर अपने सुबह नास्ते में अंडा का सेवन चालू कर दिया तो
मशरूम
मसरूम एक सबसे अच्छा विकल्प माना जाता हे क्यों की मशरूम के अंदर विटामिन डी सबसे जयादा पाया जाता हे जिसकी मदद से आप विटामिन डी से होने वाले रोगो से मुक्ति पा सकते हो।
अंतिम शब्द
दोस्तों इस वाली पोस्ट में अपने विटामिन डी से होने वाले रोग वितमणि डी की कमी से क्या क्या होता हे हमारे शरीर में और विटामिन डी की कमी को कैसे पूरा करे और विटामिन डी की मात्रा क्या होती हे हमारे शरीर में वो सबकुछ आपको समज में आगया होगा अगर आपको पोस्ट अछि लगे तो अपने दोस्तों को शेयर करे और हमारी वेबसाइट Health Improvement को फॉलो कीजिये मिलते अगली पोस्ट में।
नोट: हमारी इस पोस्ट में आपको माहिती मेडिकल रिपोर्ट और स्वास्थ्य
विशेषज्ञ के आधारित दी गई हे , आपको कोई स्वास्थ्य सबंधीद समस्या हे तो
अपने चिकित्स की सलाह जरूर से ले।(alert-warning)