आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

सबसे अच्छा आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

स्वागत हे आपका एक नई पोस्ट में आज हम आपको आर्थराइटिस दर्द को कम
करने के लिए उपाय
बताने वाले हे। और आर्थराइटिस
क्या होता हे, आर्थराइटिस होने में मुख्य लक्षण,आर्थराइटिस को कैसे कम करे
वो सारी माहिती आपको हिंदी भाषा में और उसके साथ साथ विस्तृत में बताने वाले हे।
 
आर्थराइटिस से होने वाले दर्द से पूरी दुनिया में बहुत सारे इंसान हे, मुख्य रूप से आर्थराइटिस एक या अधिक जोड़ों की सूजन और कोमलता है। आर्थराइटिस के मुख्य लक्षण जोड़ों का दर्द और जकड़न हैं, जो आमतौर पर उम्र के साथ बदतर होते जाते हैं। आर्थराइटिस के सबसे आम प्रकार ऑस्टियोआर्थराइटिस और रुमेटीइड आर्थराइटिस हैं।
 
तो आज हम विस्तृत में आर्थराइटिस के बारमे देखने वाले हे। और अर्थराईस के दर्द से छुटकारा पाने के लिए कुस टिप्स और कुछ घरेलू उपाय बताने वाले हे। जिसे आर्थराइटिस के दर्द को हम आसानी से कम कर सके। तो ए देखते हे अर्थरिटिस को विस्तृत में। 
 
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आर्थराइटिस के प्रकार और लक्षण।

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

आर्थराइटिस को मुख्य रूप से कई अलग अलगनमो से हम जानते हे। और उनके नाम उनके होने वाले हिशो से जानाजाता हे। तो सबसे पहले हम देखते हे की आर्थराइटिस के कितने प्रकार होते हे। जिसे हमें आसानी से पता चले की कोनसे लक्षण दिखने पे कोनसा अर्थारिस्ट हुवा हे।
 

रीढ़ के जोड़ों में गतिविधि

अर्थराइटिस की वजसे हमारे रीढ़ के जोड़ो में परिवर्तन होने लगता हे। जिसके कारण हमें भारी दर्द की समस्या चालू हो जाती हे। यह हमारे रीढ़ की हड्डी में होने की वजसे हम इसे रीढ़ की हड्डी का आर्थराटीस बोलते हे। मुख्य रूप से आपको रीढ़ के जोड़ो में आर्थराइटिस होने की वजसे आपको दर्द के साथ साथ सूजन होने की समस्या होती हे।
 

अज्ञात कारण से बच्चों को आर्थराइटिस

यह एक बचो में होने वाला आर्थराइटिस हे।और बचो में इस प्रकार के आर्थराइटिस होने के लिए मुख्य रूप से कई परिबल और कारण हो सकते हे।जैसे की इन्फेक्शन, जन्म के समय की उनप और जेनेटिक समस्या की वजसे बचो में  अज्ञात रूप से आर्थराइटिस हो सकता हे। उसी कारण इसे अज्ञात आर्थराइटिस बोला जाता हे। इस में मुख्य रूप से दर्द और सूजन की समस्या हो सकती हे बचो में।
 

ऑस्टियोआर्थराइटिस

ऑस्टियोआर्थराइटिस मुख्य रूप से बड़े हामरे शरीर के जोड़ो को प्रभावित कर सकता हे। उसका होने का मुख्य रूप से कई कारण हो सकते हे। जैसे की अधिक उम्र और उसके साथ साथ अगर आपको खभी चोट लगी हो तो उसकी वजसे भी आपको  ऑस्टियोआर्थराइटिस होने की समय हो सकती हे। और ऑस्टियोआर्थराइटिस को पुराना ऑस्टियोआर्थराइटिस भी बोला जाता हे। इस प्रकार के आर्थराइटिस में आपको दर्द के साथ साथसूजन की समस्या हो सकती हे।
 

सोरियाटिक आर्थराइटिस

सोरियाटिक आर्थराइटिस को (PsA) Psoriatic Arthritis भी बोला जाता हे। यह एक आर्थराइटिस का प्रकार हे जिनको हम प्लाक सोरियासिस के साथ संबंधित हे। सोरियाटिक आर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून रोग हे जिसमे शरीर तंत्रिका की मदद से आक्रमण होता हे। जिसके कारण हमें आर्थराइटिस हो जाता हे।
 
सोरियाटिक आर्थराइटिस में आपको जोड़ो में दर्द और सूजन होने की समस्या होती हे। और नाख़ून के रंगो में परिवर्तन हो सकता हे। और कुछ लोगो में तो आँखों के आसपास संघटन होने की भी समस्या देखि गई हे। और उसके साथ साथ आपको दर्द और सूजन के साथ त्वचा में भी बदलाव हो सकता हे। 
 

प्रतिक्रियाशील आर्थराइटिस

प्रतिक्रियाशील आर्थराइटिस को Reactive Arthritis भी बोला जाता हे। प्रतिक्रियाशील अर्थराइस मुख्य रूप से होने का कारण हे अन्य जग पे होने वाला इन्फेशन या तो अंडकोषों में बदलाव या तो मास पेशी में होने वाले इन्फेशन और हमारे पेशाब में होने वाले इन्फेक्शन की वजसे प्रतिक्रियाशील आर्थराइटिस होने की संसभवना बढ़ जाती हे।
 

रूमेटाइड आर्थराइटिस

रूमेटाइड अर्थरिटिस्ड एक अस्थियांत्ररोग हे और एक आर्थराइटिस का प्रकार हे। जिसमे आपको शरीर के जोड़ो को प्रभवित कर सकता हे। यह होने का मुख्य कारण पुराणी चोट या तो कुछ बीमारी के कारण भी आपको यह आर्थराइटिस होने की संसभवना हो सकती हे। उसके साथ साथ बढ़ती उम्र भी जवाबदार हे इस प्रकार के आर्थराइटिस में। 
 
रूमेटिड अर्थरिटिस में आपको दर्द की  समस्या हो सकती हे। उसके साथ साथ आपकोसूजन की समस्या हो सकती हे। रूमेटिड अर्थारिस मुख्य रूप से होने के लिए और भी बीमारिया के वजसे हो सकता हे जैसे की दिल की बीमारी। श्वास की बीमारी की वजसे भी हो सकता हे।
 

सेप्टिक आर्थराइटिस

सेप्टिक आर्थराइटिस एक गंभीर इन्फेक्शन हे जो बक्टेरिया के कारण होता हे। जिसके कारण आपको जोड़ो की सूजन और गंभीर दर्द होने की सम्भाना बढ़ जाती हे। उसके साथ साथ आपको मानसीक तनाव की समस्या भी हो सकती हे। सेप्टिक आर्थराइटिस की वजसे से। और इस प्रकार के आर्थराइटिस में आपको तेज बुखार भी आ सकता हे।
 

आर्थराइटिस दर्द को क़म करने का उपाय

यहाँ पर आपको सबसे आसान और आर्थराइटिस दर्द को काम करने के लिए घरेलू उपचार बताने वाले हे जिसका इस्तामल करके आप आर्थराइटिस के साथ साथ अन्य दर्द से भी छुटकारा पा सकते हो। अगर आपको बातये हुवे घरेलू चीजों का इस्तामल करते हे तो आपको दर्द में बहुत फायदा मिलने वाला हे। तो आये देखते हे आर्थराइटिस दर्द को कम
करने के लिए उपाय।
 

अपना वजन नियंत्रित करें।

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

आर्थराइटिस में आपको अपना वजन को नियंत्रित करना बहुत आवश्यक हे , अगर आपका वजन ज्यादा हे तो आपको उसे कम करना पड़ेगा ,और काम हे तो उसको बढ़ाना पड़ेगा क्यों की आर्थराइटिस में आपका वजन आपकी उम्र के हिसाब से सही हे की नहीं वो ध्यान आपको रखना पड़ेगा।
 

पर्याप्त व्यायाम करें।

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

दोस्तों व्यायाम करना तो बहुत ही जरुरी हे आर्थराइटिस में क्यों की व्यायाम के बिना आप आर्थराइटिस के दर्द में राहत पा सकते हो सबसे अच्छा 15 मिनट का व्यायम को देखो आपको बहुत ही राहत मिलेगी आर्थराइटिस के दर्द में। अगर आप रोजाना व्यायाम करते हो तो आपकी हड्डिया और शरीर के अंग स्वस्थ हो जाते हे। जिसके कारन आपको अर्थरिटिस जैसी समस्या होने की समस्या नहीं हो सकती हे।
 

गर्म और ठंडी चिकित्सा का प्रयोग करें।

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

गर्म कपडे से सेक लेना बहुत जरुरी हे आर्थराइटिस में क्यों की मास पेशी में आपको सूजन को कम करने में मदद करता हे और आपके आर्थराइटिस के दर्द में भी बहुत राहत मिलती हे। और आप ठंडे बरफ का भी इस्तमाल कर सकते हो आर्थराइटिस के दर्द को मिटाने के लिए।

ध्यान का प्रयोग करें।

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

ध्यान भी बहुत कारगर माना जाता हे आर्थराइटिस के दर्द को ख़तम करने के लिये क्यों की ध्यान से आपको सभी दर्द में राहत प्रदान करने का काम करता हे, सुबह रोजिंटा ध्यान करना चाहिये जिसे आपकी पूरी सेहत अछि रहेगी और आर्थराइटिस जैसी समस्या से भी आपको दूर रखेगा।
 

स्वस्थ आहार का पालन करें।

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

स्वस्थ आहार बहुत ही जरुरी हे क्यों की हमारी सेहत हमारे खान पान पर निर्भर करती हे आर्थराइटिस की समस्या अगर आपको हे तो आपको ज्यादा तेल वाला आहार और बाजार में मिलने वाले खान पान से दूर रहना ही बेहतर होगा। आपको जिसमे कैल्शियम ज्यादा हो ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जैसे की केला और हरे सब्जिया जिसे आप आर्थराइटिस की समस्या में मदद मिल सकती हे।
 

आर्थराइटिस के दर्द को क़म करने के घरेलू उपाय। 

हल्दी।

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

हल्दी का इस्तामल से  से होने वाले दर्द में आपको राहत मिल ती हे ,और हल्दी केइस्तामल से सूजन कम होने लगती हे आर्थराइटिस में हल्दी का सेवन सबसे अच्छा माना जाता हे। हल्दी को आप खाने के बनाने की चीजों में रोजाना इस्तामल कर सकते हो। और हरी हल्दी को आप ऐसे ही खा सकते हो।
  

सरसों।

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

सरसो का इस्तमाल हम खाने में तो करते ही हे जिसे आपको आर्थराइटिस के दर्द में रहत मिलेगी और आप सरसो के तेल से मालिस भी कर सकते हो जिसे सूजन बहुत आराम से कम हो जाएगी। सरसो का इस्तमाल आप आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय में शामिल कर सकते हो।
 

अलसी का बीज।

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

दोस्तों अलशी में अलसी के बेज का तेल लगाने से आपको जहा भी दर्द हे वहा आप उसकी मालिस कर सकते हो जिसे आपको सेनानी से आर्थराइटिस के दर्द में और सूजन में बहुत आराम मिलेगा इसका इस्तमाल जरूर से कीजिये और आर्थराइटिस के दर्द में राहत पाये सबसे आसान तरीके से।
 

अदरक। 

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

दोस्तों अदरक का इस्तमाल हर घर में होता हे लकिन आज हम आपको अदरख का सहि इस्तमाल आर्थराइटिस के लिए बताएँगे  अदरख के अंडर बहुत सारे एंटी इंफ्लामेटरी तत्व पाए जाते हे जिसे आपको सूजन कम हो जाएगी और आपको आर्थराइटिस में राहत मिलेगी। 
 

लहसुन का तेल।

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

लहसुन का तेल पेट की चर्बी को कम करने के साथ साथ आपको आर्थराइटिस के दर्द में रहत देता हे ,आर्थराइटिस का दर्द और सूजन को कम करने के लिए लहसुन के तेल का इस्तमाल करो। लहसुन का इस्तमाल आप आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय में शामिल कर सकते हो। क्यों की लसुन में एंटी इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टी होती हे। जिसकी वजसे लसुन का इस्तामल दर्द को काम करने के साथ साथ सूजन को क़म करने में मदद मिल सकती हे।
  

नीलगिरी का तेल।

आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय

 

नीलगिरि के तेल का इस्तमाल बरसो से आर्थराइटिस और और भी शरीर के दर्द के लिए किया जाता हे बरसोसे नीलगिरि के तेल से आर्थराइटिस में बहुत राहत मिलती हे ,नीलगिरि के तेल की मालिस करनी चाहिए। जिसे आपको दर्द और सूजन की समस्या में राहत मिल सकती हे। क्यों की नीलगिरि के तेल में एंटी इंफामटोरी प्रॉपर्टी होती हे, जिसके कारन आपको दर्द के साथ साथ सुनाज को भी कम कर सकते हो। 
 

अंतिम शब्द।

उम्मीद करते आपको हमारे पोस्ट में कुच  अच्छा  आर्थराइटिस दर्द को कम करने के लिए उपाय, और  आर्थराइटिस के प्रकार, और अर्थराइटिस के लक्षण और उपचार,अर्थराइटिस को जड़ से खत्म करने के उपाय. में पता चला होगा। अगर आपको कूच भी और कोई समस्या हे तो हमें संपर्क जरूर कीजिये और हमारी पोस्ट को शेयर करना भी मत भूलना।

नोट: हमारी इस पोस्ट में आपको माहिती  मेडिकल रिपोर्ट और स्वास्थ्य
विशेषज्ञ के आधारित दी गई हे , आपको कोई स्वास्थ्य सबंधीद समस्या हे तो
अपने चिकित्स की सलाह जरूर से ले। (alert-warning) 

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